“खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तहरीर से पहले , खुदा बंदे से खुद पूछे बता तेरी रजा क्या है.” शायद यह कथन इब्राहिम पर सही बैठता है. इब्राहिम हमातो, एक टेनिस खिलाड़ी हैं जिनका नाम देश के बड़े खिलाड़ियों में गिना जाता है. अब आप सोच रहे होंगे कि इब्राहिम ने ऐसा क्या किया है जो हम उनका उल्लेख इतने उल्लास से कर रहे हैं.
इब्राहिम ने बचपन में ही अपनी दोनों बांहें एक दुर्घटना में खो दी थी जिस कारणवश उन्होंने अपना पसंदीदा खेल टेनिस तक को त्यागने का फैसला कर लिया था लेकिन अंततः इस मजबूरी के सामने घुटने टेक देने से बेहतर इब्राहिम ने इससे लड़ने का ही निश्चय किया. इब्राहिम ने अपने मुंह में टेनिस का बैट पकड़कर खेलने का प्रयास किया और उनकी इसी कोशिश की बदौलत आज इब्राहिम का नाम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ टेनिस खिलाड़ियों में लिया जाता है.
आप भी वीडियो में इब्राहिम का यह जलवा देख सकते हैं जिसमें हाल ही में उन्होंने तुर्की में अपने खेल का प्रदर्शन दिखाया है. अब इब्राहिम का अगला पड़ाव है पैराओलंपिक गेम्स में अपनी पहचान बनाना.
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