आईपीएल कोच्चि फ्रेंचाइजी को लेकर गरमाए विवाद में पड़े विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर को कांग्रेस ने बचाव का ‘आखिरी मौका’ दे दिया है, लेकिन यह भी साफ कर दिया है कि जंग उन्हें अकेले ही लड़नी होगी. कांग्रेस या सरकार कहीं उनकी ढाल बनती नहीं दिखेगी. प्रधानमंत्री के विदेश यात्रा से आने से पहले कांग्रेस आलाकमान इस मसले को तार्किक अंजाम तक पहुंचा देना चाहता है. गुरुवार को थरूर ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सामने अपना पक्ष रखा. आईपीएल की कोच्चि टीम को लेकर शुरू हुए मोदी-थरूर मैच में गुरुवार को भी रोमांच बना रहा, और इसमें कुछ इजाफा भी हुआ.
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मामले में टिवस्ट
अब इस विवाद में नया नाम गुजरात के मुख्यमंत्री और गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन (जीसीए) के अध्यक्ष नरेंद्र मोदी का भी शामिल हो गया है. कोच्चि टीम के प्रवक्ता और बड़ोदरा से कांग्रेस सांसद सत्यजीत गायकवाड़ ने गांधीनगर में आरोप लगाया कि पूरे विवाद की जड़ में नरेंद्र मोदी हैं. उन्होंने बताया कि आईपीएल-4 के लिए बोली की प्रक्रिया तब शुरू हुई थी, जब वसुंधरा राजे राजस्थान की मुख्यमंत्री थीं. राजे के साथ ललित मोदी के नजदीकी संबंध हैं और राजे तथा नरेंद्र मोदी ने मिलकर ललित मोदी पर दबाव बनाया कि आईपीएल-4 में अहमदाबाद टीम को शामिल करवाएं.
आखिर क्या है आईपीएल विवाद ?
दरअसल आईपीएल के आयुक्त ललित मोदी ने आरोप लगाया है कि नई टीम कोच्चि के मालिकों को लेकर भ्रम की स्थिति है. कोच्चि की टीम से विदेश राज्य मंत्री शशि थरुर की मित्र सुनंदा पुष्कर जुड़ी हुई हैं और सुनंदा के इसमें 70 करोड़ रुपए लगे हैं. मोदी ने अपने ट्विटर पर लिखा था कि एक बड़ी शख्सियत ने उनसे टीम के हिस्सेदारों के नाम सार्वजनिक न करने को कहा था. माना जा रहा है कि उनका इशारा विदेश राज्यमंत्री शशि थरूर की ओर है. वहीं थरुर का आरोप है कि मोदी ने कोच्चि टीम का विरोध किया था और वो कोच्चि के स्थान पर अहमदाबाद को यह मौका देना चाहते थे.
संसद में थरूर को घेरने की तैयारी
खेल मंत्री एमएस गिल ने आईपीएल को लेकर चल रहे विवाद को एक मजाक बताते हुए कहा कि यह केवल क्रिकेट नहीं है. केंद्रीय खेल मंत्री ने आग्रह किया कि आईपीएल टीमों को अपने शेयरधारकों के नामों का खुलासा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जवाबदेही होनी ही चाहिए. लोकतंत्र सब पर लागू होता है. लोकतंत्र उस सूरजमुखी की तरह है जिसे सूरज की रोशनी की जरूरत होती है. तो वहीं इस मसले पर अमर सिंह ने भी बाउंसर फेंका है, उन्होंने मजाकिया अदांज में कहा कि, “ सुन्दर दोस्त होना तो अच्छा है, लेकिन……..” . इस तरह इशारे-इशारे में अमर सिंह बहुत कुछ कह गए.
ललित मोदी को भी नहीं आराम
आईपीएल आयुक्त ललित मोदी भी मामले में बुरी तरह फंसे हैं, लेकिन उनका हौसला अभी नहीं डिगा है. उन्होंने साफ कहा है कि मैं आईपीएल आयुक्त का पद नहीं छोड़ूंगा. आईपीएल में काला धन लगने के आरोपों के बीच आयकर विभाग ने संस्था व उसके चेयरमैन ललित मोदी पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. विभाग ने गुरुवार को वर्ली में आईपीएल कार्यालय और फोर सीजंस होटल में मोदी के कमरे पर छापा मारकर वहां मौजूद दस्तावेज जब्त कर लिए. अधिकारियों ने उनसे दो दौर में पूछताछ भी की.
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