- 108 Posts
- 110 Comments
कैसा भारत ?
शायद देश विरोधी ताकतों और अनुशाशनहीन तत्वों से अब कडाई से निपटने का सही वक़्त अब आ गया है, अभिव्यक्ति की आजादी , समाजसेवा के नाम पर,या फिर कुतर्कों को सामने रख कर जैसा माहौल देश में बनाया जा रहा है , उस से ऐसा लगता है देश में बेईमानी और असुरक्षा का बोलबाला है .
हो सकता है कि देश तरक्की के रास्ते पर उतना आगे न जा रहा हो जितना जाना चाहिए , पर ऐसा तो कतई नहीं है कि सारा देश बेईमान हो गया है या फिर हमारी सेना अपने देश की रक्षा करने में असमर्थ है जैसा कि सेना प्रमुख ने कहा है .
सेना प्रमुख का या कहना कि ” आर्मी चीफ की पीएम को चिट्ठी- हमला हुआ तो बचाने की गारंटी नहीं आर्मी चीफ की पीएम को चिट्ठी- हमला हुआ तो बचाने की गारंटी नहीं ” तो दुश्मनों को हमला देने का न्योता देने जैसा है .
अगर यह सच भी हो तो क्या इस पत्र को प्रकाशित करना ज़रूरी था , क्या इस से देश में असुरक्षा का माहौल बनाने की साफ़ साफ कोशिश करना नहीं माना जाना चाहिए ?
अगर यही हाल रहा तो जल्द ही देश दुश्मनों के आर्थिक , वैचारिक और सामरिक हमलों के निशाने पर होगा .
सरकार , राजनैतिक दलों , बुद्धिजीवियों और उन सभी तथाकथित समाजसेवियों को यह सोचना होगा कि क्या देश को अराजकता , मनमानी और अनुशाशनहीनता से भरा लोकतंत्र चाहिए , जहाँ कोई भी कुछ भी कहने को आजाद हो , भले ही विदेशी आक्रान्ता हमें कुचलते रहें या फिर एक ऐसा देश जहाँ देशवासी ………?
Read Comments