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सभी बुड्ढे हुए जवान, इस होली में-Holi Contest

दोस्ती(Dosti)
दोस्ती(Dosti)
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क्यों सोता चद्दर तान ,इस होली में?

सभी बुड्ढे हुए जवान, इस होली में

बाहर निकल कर देख जरा तू

क्यों बॆठा हॆ अपनी ही खोली में ?

किसने किसको कब,क्या बोला ?

मत रख अब तू ध्यान, इस होली में

खट्टा-कडवा ,अब कब तक बोलेगा?

मिश्री-सी दे तू घोल, अपनी बोली में

माना की जीवन में दु:ख ही दु:ख हॆ

अपनी गठरी दे तू खोल,इस होली में

न हिन्दू,न मुस्लिम, ,न सिख,न ईसाई

सभी बने जाते इन्सान, इस होली में.

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