मुझे बेरंग कहते हो, कभी तो मेरे रंग देख लो । जिंदगी जीने के, कभी तो मेरे ढंग देख लो ॥
दूर से देखकर, कहते हो कि पागल है । कभी निकट आओ मेरे, जीने की उमंग देख लो ॥