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एक इंसान की सबसे बड़ी हिम्मत क्या है? उसका पैसा, उसका चेहरा, उसका रुतबा, उसका रहन-सहन या फिर उसका नाम? नहीं, इंसान की सबसे बड़ी हिम्मत वो खुद है, उसका आत्मविश्वास है, उसके सपनों का जोश है और यदि इन सबको पाने के लिए उसका परिवार व उसके अपने उसके साथ हैं तो उसे ऊंचाइयों पर पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता.
कुछ ऐसा ही जज़्बा व साहस लेकर अपनी जिंदगी से लड़ रही है मोनिका सिंह और धीरे-धीरे अपने सपनों की ओर बढ़ रही है. करीब नौ साल पहले मोनिका के साथ जो हुआ उसे सुन किसी की भी रूह कांप जाए. किसी से कही एक ‘ना’ का उसे इसका इतना बड़ा हर्जाना भरना पड़ा जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता.
उसका वो दर्द आपे से बाहर था
उस दिन मोनिका ने सोचा भी ना होगा कि उसके साथ क्या होने वाला है, यदि कुछ अंदाजा होता तो शायद वो उस दिन घर से बाहर ना निकलती. यह एक दशक पहले की बात है जब मोनिका अपने फैशन डिजाइनिंग कोर्स के पहले साल में थी. उस समय लखनऊ के एक लड़के ने मोनिका के चेहरे पर तेज़ाब डाल दिया. इस हैवानियत का सिर्फ इतना सा कारण था कि मोनिका ने उसके लिए आए एक शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था. मोनिका का चेहरा व गर्दन का हिस्सा इस कदर जल गया था कि उसे पहचानना मुश्किल हो गया था.
हादसे के नौ साल के अंदर मोनिका ने करीब 48 सर्जरियां करवाई जिसके बाद उसके चहरे का आकार कुछ बेहतर हुआ है. उसका चेहरा अभी भी पहले जैसा नहीं रहा लेकिन इस नए चेहरे को पा कर मोनिका का आत्मविश्वास लौट आया है.
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अब उसका एक ही सपना है
इतने बड़े हादसे से निकल पाना बेहद हिम्मत की बात है और ऐसा करने से मोनिका उन सभी लड़कियों के लिए मिसाल बनी है जिन पर इस तरह के या फिर बलात्कार व शारीरिक शोषण जैसे हादसे होते हैं. मोनिका आज हर एक लड़की को इतना टूट जाने के बावजूद भी केवल खुद के लिए कुछ कर दिखाने का संदेश दे रही है.
कड़ी मेहनत के बाद मोनिका को न्यूयॉर्क के एक जाने माने फैशन डिजाइनिंग स्कूल में दाखिला मिला है लेकिन वहां पढ़ने का सपना कुछ टूटता हुआ दिख रहा है. अमेरीका में पढ़ाई के लिए उसे बहुत ज्यादा पैसे की जरूरत है और उसके घर में अब केवल उसका एक भाई कमाता है.
मोनिका की आजतक की सभी सर्जरियों पर करीब 50 लाख रुपया लगा है जिसका सारा खर्चा उसके पिता जो कि पेशे से बैंकर थे उन्होंने किया. बदकिस्मती से उनका कुछ समय पहले देहांत हो गया और अब मोनिका की हिम्मत का स्रोत केवल उसका भाई है.
सभी कर रहे हैं कोशिश
मोनिका के दोस्त व उसके सभी शुभचिंतक उसकी हर तरीके से मदद कर रहे हैं. ना सिर्फ अपने लिए बल्कि मोनिका उन सभी लड़कियों के लिए जो इस दर्द से गुज़र रही हैं, उन सब के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. कुछ एनजीओ व संस्थाओं की मदद से मोनिका अपने सपने को साकार करने की कोशिश में लगी है.
पिछले कुछ समय में सरकार द्वारा ‘एसिड अटैक’ को लेकर सख्ती बर्ती जा रही है जिसके तहत कुछ नए नियम व कानून बनाए गए हैं पर दुख की बात यह है कि मोनिका इन कानूनों का इसतेमाल नहीं कर सकती क्योंकि यह उसके साथ हुए हादसे के कई सालों बाद बनाए गए हैं.
हाल ही में यह खबर भी आई है कि मुम्बई की एक संस्था द्वारा ‘एसिड अटैक’ से पीड़ित लड़कियों के लिए एक खास तरह की ‘इंश्योरेंस’ पॉलिसी शुरु की जाएगी बस इंतजार है सरकार व अधिकारियों से मिलने वाली अनुमति का. यदि जल्द ही हमारे देश का कानून ऐसी घ्टनाओं को लेकर सख्त हो जाए और इसका समाधान भी निकाला जाए तो वो दिन दूर नहीं जब हर एक औरत व हर एक लड़की गर्व से अपने देश का नाम लेगी.
आप वीडियो के जरिये भी मोनिका के संघर्ष की कहानी को देख सकते हैं:
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