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घर में घुसकर लिया ओसामा से 9/11 का बदला

International Affairs
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9/11 …यह तारीख सुनकर सभी की आंखों में वो खौफनाक मंजर उभर आता है जब हजारों निर्दोष लोगों ने कुछ ही समय के भीतर अपनी जान गंवा दी थी. यह वो दिन था जब कई परिवारों ने अपने प्रिय पारिवारिक सदस्य को हमेशा के लिए खो दिया था और इसका कारण था विश्व के सबसे कुख्यात और मोस्ट वांटेड आतंकवादी रहे ओसामा बिन लादेन का अमेरिका से बदला.


attack9 सितंबर 2001, न्यूयॉर्क (अमेरिका) में आतंकवादी संगठन अल-कायदा के चार समंवित आत्मघाती हमलों में हजारों बेगुनाहों को अपने प्राण गंवाने पड़े थे. अलकायदा के 19 सदस्यों ने 4 वाणिज्यिक जेट एयरलाइनर्स का अपहरण कर उनका प्रयोग इन आत्मघाती हमलों में किया. जिनमें से दो एयरलाइनर्स को जानबूझकर न्यूयॉर्क स्थित वर्लड ट्रेड सेंटर और ट्विन टॉवर्स के साथ टकरा गया. इस हमले में एयरलाइन में बैठे सभी यात्री और ट्विन टॉवर में मौजूद कई लोगों की जान गई. प्लेन टकराने के दो घंटे के अंदर-अंदर सबकुछ ढह गया. जिसकी वजह से साथ खड़ी कई इमारतों को भी नुकसान पहुंचा. अन्य दो विमानों को भी जानबूझकर क्रैश किया गया जिसकी वजह से कोई भी जीवित नहीं बचा.


आंकड़ों की मानें तो इस हमले में 30,000 से अधिक लोगों की मौत हुई थी और साथ ही 19 आत्मघाती हमलावर भी मारे गए थे. इस दिन से जुड़ा एक दुखद सत्य यह भी है कि हमले के बाद अमेरिका के 3,000 से ज्यादा बच्चों अपने माता-पिता में से किसी एक को खो दिया था.


यह हमला हुए अभी कुछ ही घंटे हुए थे कि कि अमेरिकी जांच एजेंसी  एफबीआई (FBI)  संदिग्ध विमान अपहरणकर्ताओं के नाम और उनसे जुड़े निजी विवरण स्पष्ट करने में सफल हुई. मोहम्मद अत्ता (मिस्र) उन 19 हमलावरों का सरगना था जिनकी वजह से अमेरिका ने वो काला दिन देखा था. अत्ता तो अन्य अपहरणकर्ताओं के साथ हमले में मर गया था लेकिन उसकी पोर्टलैंड उड़ान से फ्लाइट 11 के साथ संबंध नहीं बना पाने के कारण मिले उसके सामान में से प्रप्त कागजात से सभी 19 अपहरणकर्ताओं की पहचान तथा उनकी योजनाओं, उद्देश्यों तथा पृष्ठभूमियों के बारे में महत्त्वपूर्ण सुरागों की जानकारी मिल गई थी. दिन ढलते-ढलते एफबीआई ने ओसामा बिन लादेन को भेजे गए एक संदेश को बीच में पकड़ लिया.


इस बेहद खौफनाक हमले के कुछ ही दिनों बाद 27 सितंबर 2001 को अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई (FBI)  ने अलकायदा के उन्हीं 19 हमलावरों की तस्वीरें, उनकी संभावित राष्ट्रीयता और उपनामों के साथ जारी कर दी. इन हमलों में अलग-अलग प्रकार के घातक गोला-बारूद का प्रयोग किया गया था और एफबीआई ने भी इस बात को स्वीकार किया था कि 9/11 हमले से संबंधित जांच-पड़ताल एफबीआई के इतिहास का सबसे बड़ा और जटिल अन्वेषण था. जांच के दौरान यह सच सामने आ गया था कि इस हमले में अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन का ही हाथा है. शुरुआत में ओसामा बिन लादेन ने इस हमले से अपना पल्ला झाड़ लिया था लेकिन बाद में उसने इस हमले की जिम्मेदारी ले ली. एफबीआई को भी कुछ ऐसे सुराग मिल गए जिससे यह स्पष्ट हो गया कि अमेरिका को दहलाने में ओसामा बिन लादेन का ही हाथ है.


इसके बाद शुरू हुआ अमेरिका के इस सबसे बड़े दुश्मन ओसामा बिन लादेन को ढ़ूंढने का सिलसिला जिसका अंत हुआ मई 2011 में हुए ऑपरेशन जेरेनिमो के बाद. जिसमें अमेरिकी सील्स ने ओसामा के एबटाबाद (पाकिस्तान) स्थित घर में घुसकर ओसामा बिन लादेन को मौत के घाट उतार दिया और उसके शव को उत्तरी अरब सागर में दफना दिया गया.

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