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अपनों की केयर मे जीवन का आनंद |

social welfare
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जीवन यानि कि हमारी जिंदगी एक हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होती है. हर व्यक्ति की यह चाह होती है कि उसका जीवन खुशहाल व सुखमय हो. अपने सम्पूर्ण जीवन मे उसे किसी भी प्रकार की कोई भी परेशानी ना हो . तथा उन सभी प्रकार की समस्या से बचने के लिए हम हर संभव प्रयास करते है . जिस प्रकार से बिना जल के सेवन के प्यास भुझाना संभव नहीं है ठीक उसी प्रकार से शरीर की केयर किये बिना सेहत का सही रहना भी संभव नहीं है .प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह कोई भी हो अपनी केयर करने को प्राथमिकता देता है. किन्तु वह इस बात से अज्ञान होता है कि अपनी से ज्यादा अपनों की केयर करने मे जो आनदं प्राप्त होता है वह अन्य किसी कार्य को करने से प्राप्त होता है . प्रत्येक व्यक्ति के जीवन मे चाहे एक ही सही पर कोई ना कोई ऐसा होता है जिसकी केयर करने मे उस व्यक्ति को अत्यंत आनंद की अनुभूति प्राप्त हो. जिस प्रकार एक वृक्ष खुद धुप मे होके भी हमे छाव देता है ठीक उसी प्रकार से एक सच्चा और अच्छा व्यक्ति भी खुद मुसीबतों का सामना करके अपने अपनों की केयर करता है. ऐसा मेरा मानना है कि हमे उन लोगो को कभी भी किसी प्रकार का दुःख या पीड़ा नहीं देनी चाहिए जो की धुप मे खड़े एक वृक्ष के समान खुद कठिनाइयों का सामना करके हमारी केयर करते है. हर व्यक्ति के जीवन मे एक ना एक दिन ऐसा अवश्य ही आता है चाहे कभी भी आये किन्तु आता अवश्य है जब हमारे पास कोई ऐसा हो जिसे हम अपना कह के उसकी केयर कर सके. हमारे अपनों मे हमारे माता-पिता हमारे सगे-सम्बन्धी हमारे सच्चे और अच्छे मित्र सभी सम्मलित होते है . केयर से मेरा अभिप्राय एक मात्र शारीरिक केयर से नहीं है बल्कि मेरा अभिप्राय उस केयर से है जिसके माध्यम से हम अपनों का दुःख दर्द उनकी पीड़ा उनकी तकलीफ सभी को सही से महसूस करे और उसे समझे भी. कभी कभी कुछ समस्याएं ऐसी होती है जिनका समाधान सबके पास ना होकर किसी एक के पास होता है ,और वह एक होता है हमारा अपना . हमारा वह अपना जो ना दिन देखता है ना रात ना भूख देखता है ना प्यास बस हमेशा हमे खुशी देने की तैयार रहता है .क्योंकि उसके ऐसा करने से उसको स्वयं मे एक आनदं की अनुभूति प्राप्त होती है, जो की उसके लिए अमूल्य व आनंदित होती है. जिस प्रकार का आनंद अपनों की केयर करने से मिलता है वैसा आनंद कभी भी किसी अन्य कार्य से प्राप्त होना असंभव है .सरल भाषा मे कहु तो जीवन का असली आनदं एकमात्र अपनों की केयर मे ही है .

लेखक:-
अमन सिंह (सोशल एक्टिविस्ट)
185/जी,थाना प्रेमनगर,कानून गोयान,
बरेली (उत्तर प्रदेश) 243003
मो.8265876348
ईमेल. writeramansingh@gmail.com

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