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जाहिल थी झल्ली थी

छोटी छोटी सी बाते
छोटी छोटी सी बाते
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जाहिलथीझल्लीथी

वोगलियोंमेंतंगघुमाकरतीथी,

जाहिलथी ,

झल्लीथी ,

वोठंडेपानीकोभी,

फूँककरपियाकरतीथी,

वोनाजानतीरंगभेदक्याहै,

वोनाजानेस्वार्थ

औरलोभक्याहै,

अल्लाहकेसितमभी

हंसकरसहतीथी,

जाहिल थी,

झल्लीथी |

उसनेदुनियाकाढाँचानहींदेखा,

उसनेसमाजकाकोलाहलनहींदेखा,

वोतोमिट्टियोंमें,

फेरीख़ुदकीउँगलियों

सेबनेआकृतिको

संसारसमझतीथी,

जाहिलथी,

झल्लीथी |

रातोंकोतारोंकोगिनना,

सूरजकोटकटकीलगाकरदेखना,

मुट्ठी मेंभरीरेतको

हाथोसेधीरे-धीरेगिरानेको

ज़िंदगीसमझतीथी ,

जाहिलथी,

झल्लीथी |

परकुछज़रूरतमंदोको

उसकीज़रूरतथी,

उसकीनियती

उसनेख़ुदनहींबुनीथी,

अबवोएकगहरेंदलदलका

हिस्साथी,

औरयेएकस्वप्निलसमाजकी

उपलब्धीथी|

हम्म

वोजहिलथी,

झल्लीथी…..

वोजाहिलथी,

झल्लीथीना

यतींद्र

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